Gandhi Darshan: Mera Jeevan Hi Mera Vichaar Hai

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ISBN9789350025666
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मनुष्य जीवन के हर काल में एक महतवपूर्ण व्यक्ति सामने आया, जिसे बाद में इतिहास ने युग पुरुष माना! ऐसे व्यक्ति गतिशील, उददेशयात्मक, भविष्यवक्ता, मार्गदर्शक और अपने समय की स्थापित व्यवस्था के नियमों व आदतों के विरोधी होते हैं! मोहन दस करमचंद गाँधी ऐसे ही व्यक्तित्व थे! अपने विचारों – सत्य और अहिंसा की तराज़ू पर स्वयं को तौलकर दूसरों को उसका पालन करने के लिए आग्रह करते थे! उनके विचार – सत्य, अहिंसा, स्वराज, सर्वोदय और न्यासी (ट्रस्टीशिप) न केवल भारत वरन अन्य विकसित देशों में भी जहाँ औधोगिक समाज आर्थिक वितरण के न्यास और सकरात्मन स्वतंत्रता के संकट से जूझ रहे हैं, वहाँ भी उतने ही उपयुक्त हैं! भगवन में अटूट विश्वास, सादगी, मानव-प्रेम, अत्याचार का विरोध, अहिंसा और सत्य का मार्ग, शाकाहार, स्वयं को कष्ट देना, किसी से घृणा नहीं करना, प्रकृति में पूर्ण विश्वास, धन-पद का लालच नहीं रखना, अपने नियमों और आचरण का पालन करना चाहे उसमें अकेले ही क्यों न रह जाएँ, ये ऐसे सिद्धांत थे जिनका उन्होंने अपनी लेखनी, पत्रों व भाषणों के माध्यम से पुरे जीवन-पर्यन्त जनसम्पर्क कर उनका आचार-व्यवहार किया! भारत की आज़ादी में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा और वे भारतीय सामाजिक ढांचे को भी सुधारना चाहते थे! उन्होंने अपना अनोखा व महत्वपूर्ण स्थान अपने ही बल पर बनाया!

उनको लोग बापू, संत, महात्मा व राष्ट्रपिता भी कहते हैं, उनका आदर भी करते हैं लेकिन उनके विचारों और दर्शन का पालन नहीं करते! यह बात उचित है कि इसके लिए वैसी ही मानसिकता बनानी होगी, लेकिन यह सत्य है कि गाँधी के विचार आज और आने वाले समय के लिए भी उपयुक्त हैं! इसका मूल कारन है कि ये विचार सदियों से भारतीय संस्कृती और सभ्यता का आधार रहे हैं! यह पुस्तक संक्षिप्त रूप में इन्हीं विचारों को साधारण तरीके से रखने का प्रयास है! मनुष्ये की मृत्यु होती है लेकिन विचारों की नहीं!

राम अवतार शर्माराजनीती विज्ञान और भारतीय इतिहास के ज्ञाता है! आपकी इन विषयों के विभिन्न पहलुओं एवं समसामजिक विषयों पर अनेक रचनाएँ प्रकाशित हो चुकी है! आप दिल्ली विश्विद्यालय के महाराजा अग्रसेन कॉलेज के संस्थापक प्राचार्य रहे है! आजकल आप गहन शोध कार्य में व्यस्त हैं! आपकी अन्य पुस्तकें हैं – गाँधी दर्शन: मेरा विचार ही मेरा जीवन है;राम कथा की सार्वभौमिकता, राष्ट्रवाद, त्याग एवं बलिदान; भारतीय राज्य: उत्पत्ति एवं विकास; जल: कल, आज और कल तथा दिल्ली: बियोग्राफी ऑफ़ ए सिटी!

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