SANSKRITIK BHED YA RAJNITIK PRABUTV: Bhartiye Itihas Ki Khoj
₹1,495.00
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ISBN | 9789350026786 |
Description
à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•ृति और राजनीती का अधà¥à¤¯à¤¨ अतà¥à¤¯à¤‚त शà¥à¤°à¤®à¤¸à¤¾à¤§à¥à¤¯ कारà¥à¤¯ है! अधà¥à¤¯à¤¯à¤¾ की सामिगà¥à¤°à¥€ पर विदà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के विकरणों में à¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨à¤¤à¤¾ है, अतः सतà¥à¤¯ की अवेषणा कठिन ही जाती है! इतिहास की संवेदना नहीं है!
à¤à¤• सामानà¥à¤¯ पà¥à¤¾-लिखा à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ अपने अतीत से अनà¤à¤¿à¤œà¥à¤ž रहा है, कà¥à¤› पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ अतीत को मिथक मानते हैं तो कà¥à¤› इसे सà¥à¤µà¤°à¥à¤—! अतः कà¥à¤› निमà¥à¤¨ धरना से गà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¤ हैं तो कà¥à¤› पशà¥à¤šà¤¿à¤® सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ को अपनी सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ से उचà¥à¤š मानते है! समय आ गया है की सतà¥à¤¯ की हमें जानकारी हो, और सà¤à¥€ पà¥à¤¨à¥‡ वाले à¤à¤¾à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को अपने देश की संसà¥à¤•ृति और इतिहास का जà¥à¤žà¤¾à¤¨ हो! पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• में à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ इतिहास के निधरत काल, कठिनाइयां और सà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤¤, à¤à¥‚गोल, राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯à¤¤à¤¾, जीवन निति और à¤à¥Œà¤¤à¤¿à¤•वाद, सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ और संसà¥à¤•ृति का उदय, विकास और पतन, हिनà¥à¤¦à¥‚ राजà¥à¤¯ और समाज, बौदà¥à¤§ और जैन जीवन व राजà¥à¤¯ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾, केनà¥à¤¦à¥à¤°à¥€à¤¯à¤•रण और कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥€à¤¯ सवà¥à¤®à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¾, उतà¥à¤¤à¤° à¤à¤¾à¤°à¤¤ और दकà¥à¤·à¤¿à¤£ के राजà¥à¤¯ संघ, इसà¥à¤²à¤¾à¤® और राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¦, अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ राजà¥à¤¯-वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾, देश के विà¤à¤¾à¤œà¤¨ अदि विषयों के माधà¥à¤¯à¤® से à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•ृति और राजनीती को कà¥à¤°à¤®à¤¬à¤¦à¥à¤§ करने का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किया गया है!
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